न मुँह देखो दवाओं का
असर देखो दुआओं का
असर देखो दुआओं का
कई कंधे हैं बाजू में
भरोसा है तो पावों का
भरोसा है तो पावों का
बगल में मुस्कराते दोस्त
हरते दर्द घावों का
हरते दर्द घावों का
पता चलता इसी दौराँ
सभी रिश्तों के भावों का
सभी रिश्तों के भावों का
सभी फिक्रों पे है भारी
सुखन आँचल के छावों का
सुखन आँचल के छावों का
- ओमप्रकाश तिवारी
( 15 फरवरी, 2016)
( 15 फरवरी, 2016)