Saturday, December 29, 2012

दामिनी

कौन कह रहा मरी दामिनी
गली-गली में खड़ी दामिनी

खाकी-खादी के चक्कर में
हर पल-हर दिन पड़ी दामिनी

मूक-बधिर बेशर्म व्यवस्था
देख शर्म से गड़ी दामिनी

क्या अब भी कुछ सुधर सकेगा
प्रश्न बनी यह खड़ी दामिनी

अगर न फिर से सो जाएं हम
एक क्रांति की कड़ी दामिनी


(29 दिसंबर, 2012 - तेरह दिन के संघर्ष के बाद सिंगापुर में उस लड़की का निधन हो गया, जिसके साथ 16 दिसंबर को दिल्ली में दुराचार हुआ था । अफसोस के साथ उपजी पंक्तियों ने लिया ग़ज़ल का रूप)

No comments: